हरियाणा व पंजाब की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन को हरियाणा की खाप पंचायतों ने खुला समर्थन कर दिया है। खापों ने जहां सभी किसान संगठनों को एक मंच पर लेकर आने के लिए अभियान शुरू कर दिया है, वहीं 29 दिसंबर को हिसार में महापंचायत करने की घोषणा की है।
हरियाणा की 102 खापों द्वारा बनाई गई 11 सदस्यों की कमेटी ने बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में बैठक की। इस दौरान उमेद सिंह सरपंच रिठाल, दहिया खाप के प्रधान जयपाल दहिया, सतरोल खाप के प्रतिनिधि सतीश चेयरमैन, कंडेला खाप के प्रतिनिधि ओम प्रकाश कंडेला, महम चौबीसी तपा प्रधान महावीर, माजरा खाप के प्रतिनिधि गुरविंद्र सिंह, फौगाट खाप दादरी के रविंद्र फौगाट, जगदीश तपा प्रधान, दलाल खाप से प्रधान सुरेंद्र दलाल समेत अन्य प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी। हरियाणा की खापों के नेताओं ने केंद्र व राज्य सरकारों से रास्ता खुलाने की मांग ÷
खाप प्रतिनिधियों ने कहा कि खाप पूरी तरह से किसान आंदोलन का समर्थन करती हैं। केंद्र व राज्य सरकारों से रास्ता खुलवाए जाने की मांग करते हुए खाप नेताओं ने कहा कि कई किसान संगठन इस आंदोलन से दूर रहकर भी इसका समर्थन कर रहे हैं। कई संगठन अपने स्तर पर ज्ञापन दे रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि एमएसपी पूरे देश के किसानों को मिलेगा। इसलिए सभी किसान संगठनों को एक मंच पर लाने के लिए खापों ने प्रयास शुरू कर दिया है। सभी किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से फोन पर बातचीत की जा रही है। 29 दिसंबर तक जनसंपर्क अभियान आगामी 29 दिसंबर को हिसार के बास में महापंचायत का एलान करते हुए खाप नेताओं ने कहा कि महापंचायत में सभी 102 खापों तथा किसान संगठनों को बुलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वह जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अपने प्रतिनिधियों को भेजकर बातचीत करे। डल्लेवाल के साथ कोई अनहोनी हुई तो इसकी सीधी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी।
खाप नेताओं ने कहा कि 29 दिसंबर तक जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद हिसार की महापंचायत में किसानों के समर्थन में कड़ा निर्णय लिया जाएगा। खाप नेताओं ने कहा किसान शांतिपूर्वक दिल्ली जाना चाहते हैं ÷ खाप सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा किसानों पर लगाए जा रहे अनुशासनहीनता के आरोपों को खारिज करते हुए खाप नेताओं ने कहा कि रास्ते सरकार की तरफ से बंद किए गए हैं। किसान शांतिपूर्वक तरीके से दिल्ली जाने के लिए तैयार हैं। सरकार द्वारा रास्ते बंद करने से आम जनता भी परेशान हो रही है। ✍️ MANJEET SANSANIWAL