https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1494766442523857 हरियाणा में भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं

हरियाणा में भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं

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हरियाणा में भ्रष्टाचारियों की खैर नहीं


                   हरियाणा में भ्रष्टाचारियों की खबर नहीं 



👉 हरियाणा में कोरोना वायरस के समय हुए रजिस्ट्री घोटाले की जांच अब और गहराई से की जाएगी भ्रष्ट पटवारियों की सूची तैयार होने के बाद अब नायाब तहसीलदारों कानूनों और लेख परीक्षकों के खिलाफ शिकायतों कुछ जांच की जा रही है।‌ क्या इनके नाम उन दागी उच्च राजस्व अधिकारियों की सूची में है जो रजिस्ट्री घोटाले में फंसे हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है।


हरियाणा में कोरोना काल में हुए रजिस्ट्री घोटाले की फाइल फिर खोलने की तैयारी है। भ्रष्ट पटवारियों की सूची तैयार होने के बाद अब नायब तहसीलदारों, तहसीलदारों, कानूनगो और लेखा परीक्षकों खिलाफ शिकायतों की जांच की जा रही है, जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं।


राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इनके नाम उन दागी राजस्व अधिकारियों की सूची में हैं, जो रजिस्ट्री घोटाले में फंसे हैं। कोरोना काल में हुए रजिस्ट्री घोटाले की जांच के लिए गठित विशेष जांच समिति की रिपोर्ट पर सरकार ने 34 तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों के अलावा कानूनगो, लेखा परीक्षकों, रजिस्ट्री क्लर्कों और पटवारियों सहित 232 राजस्व अधिकारियों को राजस्व रिकार्ड में हेरफेर करने के लिए दोषी ठहराया था।


पटवारियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद सरकार भ्रष्ट राजस्व अधिकारियों की पहचान करने के लिए फाइलों और अन्य रिकॉर्ड यथा सीएम विंडो, लंबित शिकायतें, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और अन्य इंटरनल विजिलेंस एजेंसियों द्वारा दी गई स्रोत रिपोर्ट की फिर से जांच करने पर विचार कर रही है।



👉 अगले सप्ताह तक रिपोर्ट सरकार को भेज देंगे डीसी  ➡️


वहीं, 370 भ्रष्ट पटवारियों की लीक हुई लिस्ट के मामले में सरकार की जांच जारी है। सीआइडी जिलों से आए इनपुट को खंगाल रही है। संभावना है कि राजस्व विभाग की ओर से जिलों के डीसी को जारी लिस्ट जिला मुख्यालय से ही लीक हुई है।


इसके साथ ही इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर भी खुफिया एजेंसियां नजर रखे हुए हैं। कुछ ग्रुपों को अभी तक की जांच में चिह्नित भी किया गया है।


हालांकि सरकार की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि लीक हुई लिस्ट को किसी भी कीमत पर वापस नहीं लिया जाएगा। संभावना है कि अगले सप्ताह तक डीसी इस मामले में अपनी रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेज देंगे।


हालांकि, इस लिस्ट को लेकर पटवारियों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था और आपत्ति भी जताई थी।पटवारियों का कहना था कि इस लिस्ट से हमारी छवि को नुकसान पहुंचा है। हमलोगों को बदनाम करने के लिए यह लिस्ट तैयार की गई है। 

           ✍️ मंजीत सनसनवाल 🤔                 

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