डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार अमेरिका की सत्ता संभालते ही कई बड़े फैसले लिए। अपने दूसरे कार्यकाल को शुरू करने के साथ ही ट्रंप ने कई देशों के राज्याध्यक्षों से मुलाकात की। कुछ देश के नेताओं के साथ उनकी मुलाकात काफी असहज रही। इन मुलाकातों में वैश्विक स्तर पर काफी सुर्खियां बटोरी।
डोनाल्ड ट्रंप ने इस साल 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति के पद की कमान संभाली। ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने। यूएस प्रेसिडेंट की कमान संभालते ही ट्रंप ने फैसले पर फैसले लिए। पद संभालने के करीब 40 दिन के भीतर उन्होंने व्हाइट हाउस में सात देशों के नेताओं से मुलाकात की।
इन नेताओं में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इजरायल के पीएम नेतन्याहू, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की, जॉर्डन के किंग अब्दुल्लाह और जापानी पीएम इशिबा शामिल है। हाल के दिनों में ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से भी मुलाकात की, इस दौरान दोनों नेताओं में तीखी बहस देखने को मिली। इसका वीडियो भी सामने आया।
कई दिशों नेताओं से भिड़े ट्रंप➡️
दूसरी बार अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कई देशों के नेताओं से मुलाकात की और इस दौरान कई नेताओं को असहजता का सामना करना पड़ा।
ट्रंप ने जिस अंदाज में कुछ नेताओं से मुलाकात की ऐसे में कई सवाल खड़े हो गए। यूएस प्रेसिडेंट का ये अंदाज देखने के बाद कई लोगों के मन में सवाल खड़े हुए कि आखिर ट्रंप चाहते क्या हैं? आइए आपको इन नेताओं के बारे में बताते हैं, जिन्होंने ट्रंप के साथ मुलाकात के दौरान असहजता महसूस की।
जेलेंस्की और ट्रंप के बीच तीखी बहस ➡️
गत 28 फरवरी को युद्धग्रस्त यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की व्हाइट हाउस पहुंचे। इस दौरान माना गया है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रही वॉर में समाधान के रास्ते खुल सकते हैं। लेकिन इस बैठक में जो कुछ हुआ, इसका किसी को अंदाजा नहीं था।
ओवल ऑफिस में जेलेंस्की और डोनाल्ड ट्रंप के बीच जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी। इस दौरान अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस भी उपस्थित थे। शुरुआत में ये चर्चा काफी सलीके से चली, लेकिन देखते ही देखते ये चर्चा तीखी बहस में बदल गई।
बहस के दौरान माहौल काफी गर्म हो गया, बातों ही बातों में ट्रंप-वेंस और जेलेंस्की एक-दूसरे की तरफ उंगली दिखाते भी नजर आए। इस चर्चा के दौरान ट्रंप ने कई बार जेलेंस्की को फटकार भी लगाई। ट्रंप ने यह तक कह डाला कि जेलेंस्की तीसरा विश्वयुद्ध कराने का जुआ खेल रहे हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति से भी उलझ गए थे ट्रंप ➡️
हाल के दिनों में फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन भी व्हाइट हाउस। पहुंचे। फ्रांस के राष्ट्रपति और डोनाल्ड ट्रंप के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई। हालांकि, कुछ मुद्दों पर ट्रंप की बातों से फ्रांस के राष्ट्रपति असहमत नजर आए। बता दें कि अपने अनुभव के आधार पर मैक्रॉन ने शांति के साथ ट्रंप की गलत बातों का भी जवाब दिया।
दरअसल, दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के बाद जब संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग की जा रही थी, इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन की मदद की है, जबकि यूरोपीय देशों ने उसको उधार दिया है। इसी बीच फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन ने उन्हें बीच में टोका और कहा कि नहीं ऐसा नहीं है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि हमारी ज्यादातर मदद शांति के लिए थी किसी कर्जे के तौर पर नहीं।
जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला को ट्रंप ने दी धमकी ➡️
दूसरी बार कार्यकाल संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने जॉर्डन के किंग अब्दुल्लाह से भी मुलाकात की थी। ये दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात व्हाइट हाउस में हुई थी। डोनाल्ड ट्रंप ने जॉर्डन के किंग अब्दुल्लाह को खुद रिसीव किया था। इस दौरान वह गेट तक पहुंचे थे। हालांकि, ओवल ऑफिस में पीसी के समय ट्रंप जॉर्डन के किंग पर भड़क उठे थे।
डोनाल्ड ट्रंप ने सख्त लहजे में किंग अब्दुल्लाह से कहा था कि हम गाजा पर कंट्रोल करने जा रहे हैं और फिलिस्तीनियों को गाजा के अलावा किसी और सुरक्षित जगह पर बसाने की प्लानिंग है। इस दौरान जार्डन किंग ने पहले योजना पर सहमति देने और फिलिस्तनियों को जार्डन में बसाने से इनकार कर दिया। इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने जॉर्डन और इजिप्ट को सीधे तौर पर धमकी दी और कहा कि अगर उनकी बात को नजरंदाज किया गया तो उनको दी जाने वाली मदद को बंद कर दिया जाएगा। इसके साथ ही टैरिफ लगाए जाएंगे।
जापान के पीएम से अमेरिकी राष्ट्रपति की मुलाकात ➡️
डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने लिए जापान के पीएम इशिबा भी व्हाइट हाउस पहुंचे थे। दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की गई। जापान के साथ बढ़ते व्यापारिक घाटे को ट्रंप ने सीधे तौर पर इसीबा के सामने रखा और यहां पर जापान ने अपना प्लान सामने रखा। अगर इस मुद्दे को किनारे किया जाए, तो बाकी जापानी पीएम की यात्रा शानदार रही।
ब्रिटिश PM से भी मिले ट्रंप ➡️
गत दिनों व्हाइट हाइस में ब्रिटिश के पीएम कीर स्टार्मर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद डोनाल्ड ट्रंप और ब्रिटिश के पीएम कीर स्टार्मर ने संयुक्त पीसी किया। इस दौरान सवाल किया गया कि अगर यूक्रेन में ब्रिटिश सेना तैनात होती है तो क्या अमेरिका उसकी मदद करेगा?
इस दौरान ट्रंप ने कहा कि नहीं। क्योंकि उन्होंने कहा कि ब्रिटिश अच्छे से अपना ख्याल रखना जानता है। हालांकि, कुछ देर बाद उन्होंने कहा था कि अगर ब्रिटेन को मदद की जरूरत होगी तो अमेरिका उसकी मदद जरूर करेगा। ठीक इसके बाद ट्रंप ने ब्रिटिश पीएम से पूछा था कि क्या आप अकेले रूस का मुकाबला कर पाएंगे? इस सवाल का ब्रिटिश पीएम ने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन इस दौरान वह मुस्कुराते जरूर दिखे।
✍️ मंजीत सनसनवाल 🤔