मन्मथनाथ गुप्त
👉 इस आर्टिकल के माध्यम से मन्मथनाथ गुप्त के जीवन की विस्तृत जानकारी मिलेगी। हमारे देश में मन्मथनाथ जैसे अनेकों स्वतंत्रता सेनानी हुए जिन के नाम केवल किताबों में दबकर रह गए । हम सबने मिलकर एक छोटी सी कोशिश करनी चाहिए , ऐसे स्वतंत्रता सेनानीयों को जिन्होंने देश की आजादी के लिए हंसते हुए अपने प्राणों की आहुति दी , उन्हें जरूर याद करना चाहिए। उन की जयंती पर विशेष प्रोग्राम करने चाहिए। जन्म :
7 फरवरी 1908, वाराणसी
स्वर्गवास :
26 अक्टूबर, 2000, नई दिल्ली
उपलब्धियां :
ये मात्र 13 वर्ष की आयु में ही स्वतन्त्रता संग्राम में कूद गये और जेल गये। बाद में वे हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सक्रिय सदस्य भी बने।
मन्मथनाथ गुप्त भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रान्तिकारी तथा सिद्धहस्त लेखक थे। इन्होंने हिन्दी, अंग्रेज़ी तथा बांग्ला में आत्मकथात्मक, ऐतिहासिक एवं गल्प साहित्य की रचना की है। ये मात्र 13 वर्ष की आयु में ही स्वतन्त्रता संग्राम में कूद गये और जेल गये। बाद में वे हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सक्रिय सदस्य भी बने और 17 वर्ष की आयु में उन्होंने सन् 1925 में हुए काकोरी काण्ड में सक्रिय रूप से भाग लिया। वासुदेव बलवंत फडके कौन थे जाने के लिए यहां क्लिक करें ✍️ मंजीत सनसनवाल 🤔