नकसीर आने का कारण
👉 आज हेल्थ एंड टिप्स के इस आर्टिकल में नकसीर पर विस्तृत चर्चा करेंगे । नकसीर क्या है , कब आने का क्या कारण है , नकसीर कितने प्रकार की होती है , नकसीर के क्या लक्षण होते हैं । नकसीर आने पर बरतनी जाने वाली सावधानियां क्या है , नकसीर कितनी खतरनाक है । नकसीर आने पर डाॅक्टरी इलाज क्या है , नकसीर आने पर किए जाने वाले घरेलू इलाज क्या है आदि की विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे। 👉 नकसीर क्या है ➡️
नाक से खून बहने को नकसीर भी कहा जाता है। नकसीर के लिए चिकित्सा शब्द 'एपिस्टेक्सिस' है।
नाक से खून आना बहुत आम बात है, खासकर बच्चों और वृद्ध लोगों में।
अधिकांश नाक से खून बहने की समस्या हल्की होती है और लंबे समय तक नहीं रहती।
नाक से खून बहना बच्चों के लिए परेशानी भरा हो सकता है, लेकिन प्राथमिक उपचार से आमतौर पर खून बहना आसानी से रोका जा सकता है। ज़्यादातर नाक से खून बहने के लिए विशेष उपचार की ज़रूरत नहीं होती। 👉 नकसीर आने का कारण ➡️ अपनी नाक खुजाओ
अपनी नाक को बहुत जोर से साफ करना
सिर या चेहरे पर धक्का, धक्का या झटका लगना
शौचालय पर बहुत ज़ोर लगाना
कम आर्द्रता वाले गर्म या ठंडे मौसम में हों
आपकी नाक में कोई वस्तु हो (आमतौर पर बच्चों में देखा जाता है)
नाक से खून आना निम्नलिखित से भी संबंधित हो सकता है:
आपकी नाक में संक्रमण, जैसे कि सर्दी
हे फीवर (एलर्जिक राइनाइटिस)
कुछ प्रकार की दवाइयां, जिनमें सूजन रोधी दवाएं, रक्त पतला करने वाली दवाएं या कुछ नाक स्प्रे शामिल हैं
कोकीन का उपयोग
नाक से खून आना कुछ चिकित्सीय स्थितियों के कारण भी हो सकता है, जैसे:
नाक के पॉलीप्स
साइनसाइटिस
लेकिमिया
रक्त विकार जो रक्त के थक्के जमने की समस्या पैदा करते हैं
गर्भवती होने पर आपको नाक से खून आने की संभावना भी अधिक होती है। 👉 नकसीर कितने प्रकार होती है ➡️ नकसीर दो प्रकार की होती है
1. नाक के सामने से खून बहना नाक के पट के निचले हिस्से में दोनों तरफ से खून बहना है। इस क्षेत्र में केशिकाएं और रक्त वाहिकाएं छोटी, नाजुक और आसानी से टूटने वाली होती हैं। नाक से खून बहना एपिस्टेक्सिस/नाक से खून बहने का सबसे आम प्रकार है और आमतौर पर गंभीर नहीं होता है। इस प्रकार का एपिस्टेक्सिस बच्चों में सबसे आम है, और घर पर प्राथमिक उपचार से रक्तस्राव को रोक सकता है।
2. नाक के पिछले हिस्से से खून बहना नाक के अंदर से खून बहना है जो किसी बड़ी रक्त वाहिका के फटने या फटने के कारण होता है। नाक के पिछले हिस्से से खून बहना आगे के हिस्से से खून बहने की तुलना में ज़्यादा गंभीर होता है क्योंकि खून की मात्रा गले से नीचे तक जा सकती है, जिससे खतरनाक तरीके से दम घुट सकता है। इसलिए, अगर गंभीर नकसीर है, तो मरीज़ को रक्तस्राव को रोकने के लिए जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलना चाहिए। इस तरह की नकसीर वयस्कों में ज़्यादा आम है। 👉 नकसीर आने के लक्षण क्या हैं ➡️ आपके एक या दोनों नथुनों से अचानक रक्तस्राव हो सकता है।
नाक से खून बहने वाले कुछ लोगों को रक्त विकार हो सकता है । रक्त विकार के अन्य लक्षण हो सकते हैं:
थकान
चोट
बार-बार संक्रमण
यदि आपमें ये लक्षण हों तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। 👉 नकसीर आने पर बरतनी जाने वाली सावधानियां ➡️ आपातकालीन चिकित्सा सहायता लें यदि:
आप घायल हैं
बहुत भारी रक्तस्राव हो रहा है
आपको सांस लेने में परेशानी हो रही है या सीने में दर्द है
आपको चक्कर या हल्कापन महसूस हो रहा है
नाक से खून बहना 20 मिनट से अधिक समय तक जारी रहता है
2 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को नाक से खून आना
तुम्हें खून की उल्टी हो रही है
यदि रक्त पतला करने वाली दवाइयां लेते समय आपकी नाक से खून बहने लगे तो तत्काल चिकित्सा सहायता लेना महत्वपूर्ण है।
👉 नकसीर कितनी खतरनाक है ➡️
यदि आप नाक से खून निगल लेते हैं, तो आपको बीमार महसूस हो सकता है और उल्टी आ सकती है।
कभी-कभी, नाक से खून बहने से गंभीर रक्त हानि हो सकती है।
बार-बार, भारी नाक से खून बहने से एनीमिया हो सकता है । 👉 नकसीर आने पर किया जाने वाला डॉक्टरी इलाज ➡️ आपका डॉक्टर आपके लक्षणों और हाल ही में आपके स्वास्थ्य के बारे में पूछेगा। वे यह भी पूछेंगे कि आपको क्या-क्या स्वास्थ्य समस्याएं हैं और आप कौन-सी दवाएँ ले रहे हैं।
आपका डॉक्टर आपकी नाक की जांच करेगा और सामान्य परीक्षण भी कर सकता है।
कुछ मामलों में, यह पता लगाने के लिए रक्त परीक्षण की आवश्यकता हो सकती है कि क्या कोई चिकित्सीय समस्या है जो आपकी नाक से खून आने का कारण बन रही है।
आपका डॉक्टर आपको कान, नाक और गले के विशेषज्ञ डॉक्टर के पास भेज सकता है। नाक से खून आना एक परेशानी हो सकती है, लेकिन आमतौर पर इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है। हालाँकि, बार-बार, लगातार या असामान्य रूप से भारी नाक से खून आने पर अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। गठिया का रामबाण इलाज जानें के लिए यहां क्लिक करें 👉 नकसीर आने पर किए जाने वाले घरेलू इलाज यहाँ पर हम नकसीर से निपटने के कुछ आसन से घरेलू उपचार बता रहे है...
1. नकसीर आने पर रुई के फाए को सफेद सिरका में भिगोकर उस नाक के नथुने में रखें, जिससे खून बह रहा हो, तुरन्त लाभ मिलता है।
2. ठंडे पानी में भीगे हुए रुई के फाहों को नाक पर रखें। रुई के छोटे-छोटे फाहों को पानी में भिगोकर फ्रीजर में रख लें। इनसे सिकाई करने पर भी शीघ्र लाभ प्राप्त होता है ।
3. जिस व्यक्ति को नकसीर चल रही है उसे बिठाकर सिर पर ठण्डे पानी की धार डालते हुए उसका सिर भिगों दें।
4. प्याज को काटकर नाक के पास रखें और उसे लगातार सूंघें।
5. थोड़ा सा सुहागा पानी में घोलकर नथूनों पर लगाऐं इससे भी नकसीर तुरन्त बन्द हो जाती है।
6. साफ हरे धनिए की पत्तियों के रस की कुछ बूंदें भी नाक में डालने से फ़ायदा मिलता है।
7. काली मिट्टी पर पानी छिड़ककर इस गीली मिट्टी की खुशबू सूंघें।
8. नकसीर बहने पर कुर्सी पर बिना टेका लिए बैठ जाएं और नाक की बजाय मुंह से सांस लें।
9. शीशम या पीपल के पत्तों को पीसकर या कूटकर , उसका रस नाक में 4-5 बूँद ड़ाल दिया जाए तो एक क्षण में ही आराम मिल जाता है।
10. जिनको नकसीर की समस्या रह्ती है उन्हे ध्रूमपान से बिल्कुल परहेज़ करना चाहिए ।
11. अगर शीशम के पत्ते पीसकर उनका शर्बत सवेरे शाम 15 दिन तक लगातार पीया जाए तो नकसीर की समस्या पूरी तरह खत्म हो जाती है।
12. करीब 20 ग्राम मुल्तानी मिट्टी को कूट कर रात के समय मिट्टी के बर्तन में करीब एक गिलास पानी में डालकर भिगो दें। सुबह इस पानी को छान लें। इस साफ पानी को दो तीन दिन पिलाने से पुराने से पुराना नकसीर रोग भी हमेशा के लिए खत्म हो जाती थी है। नोट इस आर्टिकल में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। ✍️ मंजीत सनसनवाल 🤔