https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1494766442523857 सफेद बाल काले करने का आयुर्वेद तरीका

सफेद बाल काले करने का आयुर्वेद तरीका

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सफेद बाल काले करने का आयुर्वेद तरीका


           सफेद बालों का आयुर्वेदिक इलाज 


 

👉 वर्तमान समय में भाग दौड़ भरी जिंदगी में बालों ठीक से देखभाल न हो पाने और प्रदूषण के कारण हमारे समय से ही सफेद हो जाते हैं। हालांकि बाल तनाव , प्रदूषण  , कोई बिमारी या फिर अनुवांशिकता के कारण से भी सफेद हो सकते हैं। बालों को कलर करना इस समस्या का कोई उपचार नहीं है। सफेद बालों को काला करने का आयुर्वेदिक तरीका जानें से पहले बाल सफेद क्यों हो जाते हैं।  बाल सफेद होने के क्या कारण है । बाल सफेद होने पर डॉक्टरी इलाज क्या है। बाल सफेद होने पर कोन - सी दवा लेनी चाहिए। बाल सफेद होने पर किए जाने वाले आयुर्वेदिक तरीके क्या हैं आदि  जानकारी प्राप्त होना अति आवश्यक है।                                                                               


👉 बाल क्यों होते हैं  ➡️

बालों के सफेद होने के पीछे दो सिद्धांत बताए गए हैं -


1. पहला सिद्धांत कहता है कि उम्र के बढ़ने के साथ ही बालों को रंग देने वाले अवयव मेलेनिन का उत्पादन धीमा या बंद हो जाता है। ऐसे में बालों में मिलने वाले रंग द्रव में कमी आ जाती है, जिससे वह अपने रंग को छोड़ने लगते हैं।

2. दूसरा सिद्धांत कहता है कि मानव के बाल तीन चरणों में विकसित होते हैं, वह हैं एनाजेन, कैटिजन और टेलोजेन। एनाजेन के दौरान बालों का विकास होता है, कैटिजन वह चरण होता है, जिसमें आमतौर पर बालों में कोई खास परिवर्तन देखने को नहीं मिलता और वह प्राकृतिक रूप से बढ़ते और टूटते रहते हैं। वहीं आखिर चरण टेलोजेन के दौरान बाल अपनी सतह छोड़ने और टूटने शुरू हो जाते हैं।

एनाजेन चरण के दौरान बालों को सक्रिय रूप से प्राकृतिक रूप से रंग मिलता है, कैटिजन चरण के दौरान यह प्रक्रिया बंद हो जाती है और टेलोजन के दौरान यह पूरी तरह से खत्म हो जाती है।


👉 बाल सफेद होने के कारण ➡️ 

बाल सफेद होने के की कारण हो सकते हैं जो निम्न प्रकार है 

1. आनुवांशिकता

समय से पहले बाल सफेद होने का सबसे बड़ा कारण जेनेटिक्स यानि आनुवांशिकता होता है। आपके घर में अगर आपके माता पिता, दादा दादी, नाना नानी आदि के बाल अगर समय से पहले ही सफेद होना शुरू हो गए थे तो ज्यादातर संभावना है कि आपको यह विरासत में ही मिला है। बाल झड़ना और समय से पहले बालों के सफेद होने दोनों का कई बार प्रमुख कारण आनुवंशिक ही होता है। तो ऐसे में अगर आपके बाल भी समय से पहले ही सफेद हो गए हैं तो आप इसकी पुष्टि अपने घर में ही कर सकते हैं।


2. अत्यधिक तनाव

तनाव व्यक्ति का सबसे बड़ा दुश्मन है जो जीवन के हर क्षेत्र को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। अगर आपके बाल समय से पहले ही सफेद हो गए हैं तो हो सकता है कि यह आपके अत्यधिक स्ट्रेस लेने की वजह से हुआ हो। तनाव उन स्टेम कोशिकाओं को प्रभावित कर सकता है जो बालों के रंगद्रव्य को पुनर्जीवित करती हैं, जो मेलानोसाइट्स नामक कोशिकाओं द्वारा निर्धारित होता है। जैसे जैसे आपके तनाव का स्तर बढ़ता जाता है, रंगद्रव्य को पुनर्जीवित करने वाली कोशिकाओं पर नकारात्मक असर पड़ने लगता है। इससे समय से पहले ही बाल सफेद हो जाते हैं।


3. ऑक्सीडेटिव तनाव

Free radicals यानि मुक्त कण ऐसे पदार्थ होते हैं जो हमारे शरीर में प्राकृतिक रूप से बनते रहते हैं। इनकी मात्रा कम होती है तो कोई खतरे की बात नहीं होती, लेकिन अगर लम्बे समय तक इनका खात्मा न हो तो ये शरीर में जमा होने लगते हैं जिससे ऑक्सीडेटिव तनाव होता है। इससे शहरी के कई हिस्सों की कोशिकाएं खराब होने लगती हैं, जिससे बालों के रंग पर भी प्रभाव पड़ता है। ये मुक्त कण बालों के रोम में प्रोटीन, डीएनए और मेलानोजेनेसिस प्रक्रिया को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे premature hair greying हो सकता है।


4. विटामिन की कमी

शरीर में अगर विटामिन की कमी हो जाए तो भी आपके बाल समय से पहले ही सफेद हो सकते हैं। खासतौर पर अगर आपके शरीर में विटामिन बी12, विटामिन बी9, बायोटिन और विटामिन डी की कमी हो जाए तो समय से पहले ही आपके बाल सफेद होना शुरू हो सकता है। इस विटामिन की कमी से बाल जल्दी सफेद हो सकते हैं क्योंकि यह बालों की कोशिकाओं को कमजोर कर देता है, जो मेलेनिन उत्पादन को बाधित करता है। इसके अलावा विटामिन बी9, बायोटिन और विटामिन डी की कमी से भी समय से पहले बाल सफेद होने लगते हैं।


5. शरीर में हार्मोन्स का असंतुलन 

अगर आपके शरीर में हार्मोन्स का असंतुलन हो गया है तो इस परिस्थिति में भी आपके बाल तेजी से सफेद होने शुरू हो सकते हैं। खासतौर पर अगर हार्मोनल इंबैलेंस की वजह से अगर थायराइड की समस्या हो गई है तो बाल समय से पहले सफेद होना शुरू हो सकते हैं। थायरॉइड गर्दन में एक ग्रंथि है जो बालों के रंग सहित कई शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करती है। जब थायरॉइड संतुलित नहीं होता है, तो यह कम मेलेनिन का उत्पादन कर सकता है, जिससे बालों का रंग ख़राब हो सकता है। हाइपोथायरायडिज्म वाले लोगों में, थायराइड हार्मोन की अपर्याप्त मात्रा मेलानोसाइट्स को ठीक से काम करने से रोकती है, जिससे बाल सफेद हो सकते हैं।


6. विटिलोगो

विटिलिगो यानि चर्म रोग भी समय से पहले सफेद होते बालों की समस्या का कारण बन सकता है। खासतौर पर विटिलिगो के कारण सिर, भौहें, पलकें और दाढ़ी पर समय से पहले बाल सफेद हो सकते हैं। विटिलिगो समय से पहले बालों के सफेद होने का कारण बन सकता है क्योंकि यह बालों में मेलेनिन का उत्पादन करने वाली कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे वे मर जाते हैं या कार्य करना बंद कर देते हैं। इससे सफेद या भूरे बालों के धब्बे हो सकते हैं जहां मेलेनिन नष्ट हो गया है।


7. धूम्रपान और मदिरापान 

अगर कोई व्यक्ति धूम्रपान और मदिरापान करता है तो उनके बाल भी समय से पहले सफेद हो सकते हैं। धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन समय से पहले बालों के सफेद होने (पीएचजी) का कारण बन सकता है क्योंकि इन पदार्थों में मौजूद रसायन बालों के रोमों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे उनकी रंगद्रव्य कोशिकाएं समय से पहले ही नष्ट हो जाती हैं। इसके अलावा जब आप धूम्रपान और मदिरापान करते हैं तो शरीर में फ्री रेडिकल्स की संख्या में भी इजाफा होता है। फ्री रेडिकल्स बढ़ने से यह बालों को रंगत देने वाली प्रक्रिया को बाधित करता है जिससे समय से पहले ही बाल सफेद होने लगते हैं।


8. प्रदूषण

अगर आप प्रदूषण भरे इलाकों में रहते हैं तो ज्यादातर संभावना है कि समय से पहले ही आपके बाल सफेद होने लगेंगे। प्रदूषण बालों के रोम और मेलेनिन उत्पादन को नुकसान पहुंचाकर समय से पहले बाल सफेद होने का कारण बन सकता है। हवा में प्रदूषक मुक्त कण और ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा करते हैं, जो मेलेनिन कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। मेलेनिन कोशिकाएं ही बालों को उनकी रंगत प्रदान करने के लिए आवश्यक होती हैं, ऐसे में कोशिकाओं के क्षतिग्रस्त होने की वजह से समय से पहले बाल भी सफेद हो सकते हैं।


9. रासायनिक उत्पादों का अत्यधिक इस्तेमाल

जो व्यक्ति रसायनिक उत्पादों और हेयर केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल अधिकाधिक करते हैं, उनमें समय से पहले बाल सफेद होने और तेजी से बाल झड़ने का जोखिम अधिक होता है। डाई और शैंपू सहित रासायनिक बाल उत्पाद, समय से पहले बाल सफेद होने का कारण बन सकते हैं क्योंकि इनमें हानिकारक तत्व होते हैं जो मेलेनिन को कम करते हैं। हाइड्रोजन पेरोक्साइड, जो अक्सर हेयर डाई में उपयोग किया जाता है, एक ऐसा हानिकारक रसायन है जिसका अत्यधिक इस्तेमाल बालों को सफेद कर सकता है।


10. कुछ दवाएं 

स्वास्थ्य कारणों से सेवन की जा रही कुछ दवाओं की वजह से भी समय से पहले बाल सफेद होने की समस्या अवतरित हो सकती है। कुछ दवाएं मेलानोसाइट्स के साथ प्रतिक्रिया करके और मेलेनिन उत्पादन को कम करके समय से पहले बाल सफेद होने का कारण बन सकती हैं, इसकी सूची है:


‌मलेरियारोधी

‌कीमोथेराप्यूटिक दवाएं

‌क्लोरोक्वीन (मलेरिया के लिए प्रयुक्त)

‌मेफेनिसिन (मांसपेशियों को आराम देने वाला)



‌फेनिलथियोरिया (डीएनए परीक्षण में प्रयुक्त)

‌त्रिपरानोल (कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए प्रयुक्त)

‌डिक्सीराज़िन (विभिन्न मानसिक विकारों के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है)

‌सामयिक दवाएं, जैसे कि डिथ्रानोल, क्राइसारोबिन, और बेंज़ोकेन-रेसोरसिनॉल


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👉 बाल को सफेद करने के लिए डॉक्टरी सलाह  ➡️

यदि आप अपने त्वचा विशेषज्ञ से समय से पहले सफेद होते बालों के बारे में अपनी चिंता व्यक्त करते हैं , तो वे हेयर डाई के अलावा अन्य उपचार भी सुझा सकते हैं।


यद्यपि बालों को रंगना एक सामान्य विकल्प है, परंतु आपका त्वचा विशेषज्ञ समय से पहले सफेद हो रहे बालों के लिए अतिरिक्त उपचार का सुझाव दे सकता है।


जीवनशैली और आहार: शुरुआती कदमों में अक्सर एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना शामिल होता है। शराब और तंबाकू का सेवन कम करना, तनाव को नियंत्रित करना और विटामिन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना जो मेलेनिन उत्पादन में सहायक होते हैं, समय से पहले सफ़ेद बालों की समस्या को दूर करने में मदद कर सकते हैं।

चिकित्सा हस्तक्षेप: यदि जीवनशैली में बदलाव अपर्याप्त हैं, तो चिकित्सा उपचार पर विचार किया जा सकता है। इनमें सामयिक क्रीम, शैंपू या बालों पर सीधे लगाए जाने वाले अन्य उत्पाद शामिल हो सकते हैं। कुछ मामलों में, भूरे बालों के लिए जिम्मेदार अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों, जैसे कि थायरॉयड रोग, को विशिष्ट उपचार की आवश्यकता हो सकती है।

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि सबसे सफल ग्रे हेयर उपचार उन रोगियों में होता है जिनके बाल समय से पहले सफेद हो जाते हैं, और ग्रे बालों को उलटने की तुलना में रोकना आसान होता है। यदि आप यह पता लगाना चाहते हैं कि आपके मामले में ग्रे बालों का इलाज संभव है या नहीं, तो अपने त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें ।


👉 सफेद बालों के लिए दवा  🤔

1. पैरा-एमिनो बेंजोइक एसिड (पीएबीए) और पैंटोथेनिक एसिड

यह बी-कॉम्प्लेक्स विटामिंस के परिवार का ही हिस्सा है. इन दोनों सप्लीमेंट्स में कई तरह के गुण मौजूद होते हैं। यह आपको किसी भी मेडिकल स्टोर पर आसानी से मिल सकता है। अगर आप पैंटोथेनिक एसिड और फोलिक एसिड का एक साथ सेवन करते हैं, तो यह आपके मूल रंग को वापस लाने में आपकी मदद कर सकता है. डॉक्टर की सलाह पर आप इस सप्लीमेंट का सेवन कर सकते हैं।


2. एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाइयां

 बालों को काला करने के लिए डॉक्टर्स आपको कुछ एंटी-इफ्लेमेटरी दवाइयां दे सकते हैं। इन दवाइयों के सेवन से बालों को धीरे-धीरे काला करने की कोशिश की जाती है। साथ ही इससे बालों को सफेद होने से बचाया भी जा सकता है।


3. इनोसिटोल

यह हमारे शरीर में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है। यह बालों के विकास और रंगों को बढ़ावा देने में मदद करता है। शरीर में इनोसिटोल की कमी होने पर डॉक्टर इसका सप्लीमेंट्स दे सकते हैं। 


3. बायोटिन

इन दिनों मार्केट में कई तरह के प्रोडक्ट्स में बायोटिन होने का दावा किया जाता है। बायोटिन केराटिन का उत्पादन करने में आपकी मदद करता है।  केराटिन वह पोषक तत्व है, जो बालों और नाखूनों के रंग को बेहतर करने में आपकी मदद कर सकता है।


4. कैल्शियम पैंटोथेनेट

बालों को सफेद होने से बचाने और काला करने के लिए कुछ डॉक्टर्स आपको कैल्शियम पैंटोथेनेट टेबलेट्स लेने की सलाह दे सकते हैं। स्टडी में भी इस बात को प्रमाणित किया गया है कि इस दवाई के सेवन से सफेद बालों को काला किया जा सकता है।  साथ ही इससे बालों को सफेद होने से बचाया भी जा सकता है।


5. एर्लोटिनिब

सफेद बालों को काला करने के लिए आप डॉक्टर की सलाह पर एर्लोटिनिब का भी सेवन कर सकते हैं। स्टडी में भी इस बात का दावा किया गया है कि एर्लोटिनिब के सेवन से सफेद बालों की परेशानी को दूर किया जा सकता है।


👉 सफेद बालों को काला करने का आयुर्वेदिक तरीके  ➡️

 आप कुछ  आयुर्वेदिक तरीके आजमा अपने बालों को सफेद होने से अवश्य ही रोक सकते हैं। आइए हम कुछ ऐसे ही आसान आयुर्वेदिक तरीके बता रहे है जिन्हे आजमा कर आप अपने सफेद बालों को पुन: काला बना पाएंगे।


1. कुछ दिनों तक, नहाने से 1/2 घंटा पहले रोजाना सिर में प्याज का पेस्ट लगाएं। इससे बाल काले होने लगेंगे।


2. सप्ताह में कम से कम 3 दिन दस मिनट का कच्चे पपीता का पेस्ट सिर में लगाएं। इससे बाल नहीं झड़ेंगे और डेंड्रफ भी नहीं होगी और बाल काले भी होने लगेंगे ।


3. भृंगराज और अश्वगंधा की जड़ें बालों के लिए वरदान मानी जाती हैं। इनका पेस्ट नारियल के तेल के साथ बालों की जड़ों में लगाएं और 1 घंटे बाद गुनगुने पानी से अच्छीं तरह से बाल धो लें। इससे भी बाल काले होते है।


4. नीबू के रस में आंवला पाउडर मिलाकर उसे सिर पर लगाने से भी सफेद बाल काले हो जाते हैं।


5. प्रतिदिन शुद्ध घी से सिर की मालिश करके भी सफेद बालों को काला किया जा सकता है ।


6. अदरक को कद्दूकस कर शहद के रस में मिला लें। इसे बालों पर कम से कम सप्ताह में दो बार नियमित रूप से लगाएं। बालों का सफ़ेद होना कम हो जाएगा।


7. दही के साथ टमाटर को पीस लें। उसमें थोड़ा-सा नींबू रस और नीलगिरी का तेल मिलाएं। इससे सिर की मालिश सप्ताह में दो बार करें। बाल लंबी उम्र तक काले और घने बने रहेंगे।


8. 1/2 कप नारियल तेल या जैतून के तेल को हल्का गर्म करें। इसमें 4 ग्राम कर्पूर मिला कर इस तेल से मालिश करें। इसकी मालिश सप्ताह में एक बार जरूर करनी चाहिए। कुछ ही समय में रूसी खत्म हो जाएगी, बाल भी काले रहेंगे।


9. आंवले के पाउडर में नींबू का रस मिलाकर उसे नियमित रूप से लगाएं । शैंपू के बाद आंवला पाउडर पानी में घोलकर लगाने से भी बालों की कंडीशनिंग होती है, और बाल भी काले होते है । आंवला किसी ना किसी रुप मे सेवन भी अवश्य करते रहे ।


10. जाड़े में तिल अधिक से अधिक खाएं। तिल का तेल भी बालों को काला करने में मदद करता है।


11. आधा कप दही में चुटकी भर काली मिर्च और चम्मच भर नींबू रस मिलाकर बालों में लगाए। 15 मिनट बाद बाल धो लें। बाल सफेद से फिर से काले होने लगेंगे।


12. एक कटोरी मेहंदी पाउडर लें, इसमें दो बड़े चम्मच चाय का पानी, दो चम्मच आंवला पावडर, एक चम्मच नीबू का रस, दो चम्मच दही, शिकाकाई व रीठा पावडर, एक अंडा (अगर आप लेना चाहे तो ), आधा चम्मच नारियल तेल व थोड़ा-सा कत्था। यह सब चीजें लोहे की कड़ाही में डालकर पेस्ट बनाकर रात को भिगो दें। इसे सुबह बालों में लगाए।फिर दो घंटे बाद धो लें। इससे बाल बिना किसी नुकसान के काले हों जाएँगे। ऐसा माह में कम से कम एक बार अवश्य ही करें। 


नोट   इस आर्टिकल में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। 


                     ✍️ मंजीत सनसनवाल 🤔 



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