दांतों के दर्द की संपूर्ण जानकारी
👉 दांतों में दर्द के कारण हमें बड़ी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। कई बार कुछ गलत खाने से तो कई बार दांतों की ठीक से सफाई न करने या कीड़े लगने के कारण दांतों में दर्द होने लगता है। दांतों में दर्द कारण कोई भी हो , लेकिन इसकी पीड़ा हमारे लिए बेहद कष्टकारी बन जाती है। इस आर्टिकल की मदद से दांतों के दर्द की संपूर्ण जानकारी प्रदान करने की कोशिश करेंगे। दांतों में दर्द क्यों होता है। दांतों में दर्द कितने प्रकार का होता है। दांतों में दर्द के कारण क्या है। दांतों के दर्द में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। दांतों में क्या खाना चाहिए। दांतों के दर्द में क्या नहीं खाना चाहिए। दांतों का दर्द कितना ख़तरनाक होता है। दांतों के दर्द में डाक्टर से कब मिलना चाहिए। दांतों के दर्द डॉक्टरों द्वारा कोन - सी दवाएं दी जाती है आदि की संपूर्ण जानकारी मिलेगी।
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1.दांतों में दर्द क्यों होता है ➡️
दांतों में दर्द एक आम समस्या है जो किसी को भी हो सकती है। यह हल्का से लेकर गंभीर तक हो सकता है और कई कारणों से हो सकता है। दांतों में दर्द का सबसे आम कारण दांतों की सड़न है। दांतों की सड़न तब होती है जब बैक्टीरिया दांतों के इनेमल को तोड़ देते हैं। इनेमल दांतों की कठोर बाहरी परत होती है। जब इनेमल टूट जाता है, तो बैक्टीरिया दांत के अंदर के हिस्से में प्रवेश कर सकते हैं। इससे दांत में दर्द हो सकता है।
2. दांतों में दर्द कितने प्रकार का होता है ➡️
दांत के दर्द के प्रकारों को समझना ज़रूरी है ताकि सही समय पर सही इलाज किया जा सके।
मुख्य रूप से, दांत के दर्द को दो भागों में बांटा जा सकता है:
1. तीव्र दांत का दर्द: यह दर्द अचानक होता है और बहुत तेज होता है। यह आमतौर पर किसी समस्या के कारण होता है, जैसे कि दांत में संक्रमण, मसूड़ों की बीमारी, या दांत का टूटना।
2. धीमा दांत का दर्द: यह दर्द धीरे-धीरे होता है और लंबे समय तक बना रहता है। यह आमतौर पर दांतों की सड़न या मसूड़ों की सूजन के कारण होता है।
इन दो मुख्य प्रकारों के अलावा, दांत के दर्द को निम्नलिखित तरीकों से भी वर्गीकृत किया जा सकता है:
1. दर्द की जगह: दांत के दर्द को उस जगह के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है जहाँ दर्द हो रहा है। यह दांत में हो सकता है, मसूड़ों में हो सकता है, या जबड़े में हो सकता है।
2. दर्द का प्रकार: दांत के दर्द को उसके प्रकार के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है। यह तेज, चुभने वाला, या धड़कता हुआ हो सकता है।
3. दर्द की अवधि: दांत के दर्द को उसकी अवधि के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है। यह कुछ सेकंड, कुछ मिनट, या कुछ घंटों तक रह सकता है।
3.दातों दर्द के क्या कारण है➡️
दांत के दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:-
1. दांतों की सड़न: यह दांत के दर्द का सबसे आम कारण है। यह तब होता है जब बैक्टीरिया दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे कैविटी बन जाती है।
2. मसूड़ों की बीमारी: मसूड़ों की बीमारी दांतों के आसपास के ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे दांतों में दर्द हो सकता है।
3. दांत का टूटना: दांत का टूटना दांत के दर्द का कारण बन सकता है, खासकर अगर यह जबड़े की हड्डी तक फैला हो।
4. दांत का संक्रमण: दांत का संक्रमण दांत के दर्द का कारण बन सकता है, खासकर अगर यह मसूड़ों तक फैल गया हो।
5. अक्ल दाढ़ का निकलना: अक्ल दाढ़ का निकलना दांत के दर्द का कारण बन सकता है, खासकर अगर वे ठीक से न निकलें।
4.दांतों के दर्द में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए ➡️
दांतों के दर्द में निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:-
1. दांतों को साफ रखें: दांतों को दिन में दो बार ब्रश करें और फ्लॉस का उपयोग करें। इससे दांतों में फंसे खाद्य कण और बैक्टीरिया निकल जाएंगे, जो दर्द का कारण बन सकते हैं।
2. मीठे खाद्य पदार्थों से बचें: मीठे खाद्य पदार्थ दांतों में सड़न पैदा कर सकते हैं, जिससे दर्द हो सकता है। इसलिए, मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें।
3. ठंडे या गर्म खाद्य पदार्थों से बचें: ठंडे या गर्म खाद्य पदार्थ दांतों में दर्द को बढ़ा सकते हैं। इसलिए, ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।
4. कठोर खाद्य पदार्थों से बचें: कठोर खाद्य पदार्थ दांतों को तोड़ सकते हैं या उनमें दरार पैदा कर सकते हैं, जिससे दर्द हो सकता है। इसलिए, ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।
5. शराब और धूम्रपान से बचें: शराब और धूम्रपान दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे दर्द हो सकता है। इसलिए, शराब और धूम्रपान से बचें।
6. नियमित रूप से दंत चिकित्सक से मिलें: दांतों की नियमित जांच और सफाई के लिए दंत चिकित्सक से मिलें। इससे दांतों की समस्याओं का जल्दी पता चल सकेगा और उनका इलाज किया जा सकेगा।
5. दांतों का दर्द कितना ख़तरनाक है ➡️
दांतों का दर्द एक आम समस्या है, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ करना ख़तरनाक हो सकता है। शुरुआती चरणों में, दांतों का दर्द हल्का और रुक-रुक कर हो सकता है, लेकिन समय के साथ यह गंभीर और लगातार हो सकता है। कुछ मामलों में, दांतों का दर्द इतना गंभीर हो सकता है कि यह जबड़े, कान और सिर तक फैल सकता है।
6. दांतों के दर्द में क्या खाना चाहिए ➡️
दांतों के दर्द में क्या खाना चाहिए, यह इस बात पर निर्भर करता है कि दर्द कितना गंभीर है और किस प्रकार का है। हालांकि, कुछ सामान्य सुझाव दिए जा सकते हैं:-
नरम और ठंडे खाद्य पदार्थ:-
दांतों में दर्द होने पर नरम और ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। यह इसलिए है क्योंकि ये खाद्य पदार्थ चबाने में आसान होते हैं और दांतों पर ज्यादा दबाव नहीं डालते हैं। ठंडे खाद्य पदार्थ दर्द को सुन्न करने में भी मदद कर सकते हैं।
कुछ नरम और ठंडे खाद्य पदार्थों में शामिल हैं:-
1. दही
2. पनीर
3. उबले हुए अंडे
4. मसले हुए आलू
5. सूप
6. ओटमील
7. फल (जैसे केला, सेब)
8. सब्जियां (जैसे गाजर , खीरा)
7. दांतों के दर्द में क्या नहीं खाना चाहिए ➡️
ऐसे खाद्य पदार्थों से बचें जो:-
1. कठोर या चबाने में मुश्किल हों
2. चिपचिपे हों
3. मीठे हों
4. अम्लीय हों
5. मसालेदार हों
कुछ अन्य सुझाव:-
1. धीरे-धीरे चबाएं और छोटे-छोटे टुकड़े लें।
2. अपने दांतों को ब्रश करें और फ्लॉस करें।
3. गर्म या ठंडी सेक लगाएं।
8. दांतों के दर्द में डाॅक्टर से कब मिलना चाहिए ➡️
यह सलाह दी जाती है कि लोगों को अपने दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से दंत चिकित्सक से मिलना चाहिए। ज्यादातर मामलों में, दंत चिकित्सक हर 6 महीने में जांच और सफाई के लिए आने की सलाह देते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को अधिक बार दंत चिकित्सक से मिलने की आवश्यकता हो सकती है, जैसे कि वे लोग जिनके मसूड़ों की बीमारी, दांतों में सड़न या अन्य दंत समस्याएं हैं।
यहां कुछ संकेत दिए गए हैं जिनसे पता चलता है कि आपको दंत चिकित्सक से कब मिलना चाहिए:-
1. दांत दर्द: यदि आपको दांत में दर्द हो रहा है, तो आपको जल्द से जल्द दंत चिकित्सक से मिलना चाहिए। दांत दर्द कई कारणों से हो सकता है, जिसमें दांतों में सड़न, मसूड़ों की बीमारी और दांतों में फोड़ा शामिल है।
2. मसूड़ों से खून बहना: यदि आपके मसूड़ों से खून बह रहा है, तो यह मसूड़ों की बीमारी का संकेत हो सकता है। मसूड़ों की बीमारी एक गंभीर स्थिति है जो दांतों के नुकसान का कारण बन सकती है।
3. मुंह में छाले: यदि आपके मुंह में छाले हैं जो ठीक नहीं हो रहे हैं, तो आपको दंत चिकित्सक से मिलना चाहिए। मुंह के छाले कई कारणों से हो सकते हैं, जिसमें संक्रमण, तनाव और कुछ चिकित्सीय स्थितियां शामिल हैं।
4. दांतों का ढीला होना: यदि आपके दांत ढीले हो रहे हैं, तो आपको दंत चिकित्सक से मिलना चाहिए। दांतों का ढीला होना मसूड़ों की बीमारी या अन्य दंत समस्याओं का संकेत हो सकता है।
5. मुंह से दुर्गंध: यदि आपके मुंह से लगातार दुर्गंध आ रही है, तो आपको दंत चिकित्सक से मिलना चाहिए। मुंह से दुर्गंध कई कारणों से हो सकती है, जिसमें दांतों में सड़न, मसूड़ों की बीमारी और अन्य चिकित्सीय स्थितियां शामिल हैं।
9. दांतों के दर्द में डाॅक्टरों द्वारा दि जाने वाली दवाएं ➡️
दांतों के दर्द के लिए डॉक्टर कई तरह की दवाएं दे सकते हैं, जो दर्द के कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है। कुछ सामान्य दवाएं इस प्रकार हैं:-
1. दर्द निवारक:- दांतों के दर्द के लिए सबसे आम दवाएं दर्द निवारक हैं। ये दवाएं दर्द को कम करने में मदद करती हैं, लेकिन वे दांतों के दर्द के कारण का इलाज नहीं करती हैं। कुछ सामान्य दर्द निवारक दवाओं में शामिल हैं:-
1. इबुप्रोफेन (एडविल , मोट्रिन )
2. एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल )
3. नेप्रोक्सन (एलेव )
2. एंटीबायोटिक्स:- यदि दांतों के दर्द का कारण संक्रमण है, तो डॉक्टर एंटीबायोटिक्स लिख सकते हैं। एंटीबायोटिक्स संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं। कुछ सामान्य एंटीबायोटिक्स दवाओं में शामिल हैं:
1. एमोक्सिसिलिन
2. पेनिसिलिन
3. क्लैरिथ्रोमाइसिन
4. अन्य दवाएं:- कुछ मामलों में, डॉक्टर दांतों के दर्द के लिए अन्य दवाएं लिख सकते हैं। इन दवाओं में शामिल हो सकते हैं:
1. कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (सूजन को कम करने के लिए)
2. एंटीडिप्रेसेंट्स (कुछ प्रकार के दांतों के दर्द के इलाज के लिए )
3. एंटीकॉन्वल्सेंट्स (कुछ प्रकार के दांतों के दर्द के इलाज के लिए )
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि दांतों के दर्द के लिए दवा लेने से पहले हमेशा डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर आपके दांतों के दर्द के कारण का निदान करने और आपके लिए सबसे अच्छी दवा का निर्धारण करने में सक्षम होंगे।