मुंबई आतंकी हमले में शामिल तहव्वुर राणा भारत आएगा। यह ऐलान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया है। पिछले महीने भारत ने कहा था कि वह राणा को शीघ्र प्रत्यपर्ण के लिए अमेरिकी अधिकारियों के साथ काम कर रहा है ट्रंप के पदभार संभालते ही भारत को बड़ी कूटनीतिक सफलता मिली है। पाकिस्तानी मूल का तहव्वुर राणा कनाडाई नागरिक हैं।
दो दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल की है। 26/11 मुंबई हमले में शामिल तहव्वुर राणा भारत आएगा। उसके प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ही खुद उसके प्रत्यर्पण की घोषणा की।
ट्रंप ने कहा कि हमारे प्रशासन ने 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों में शामिल बेहद दुष्ट तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। राणा भारत में न्याय का सामना करना। बता दें कि पिछले 16 साल से भारतीय जांच एजेंसियों को तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का इंतजार था।
हेडली से जुड़े तहव्वुर राणा के तार ➡️
PM मोदी के सामने ट्रंप का बड़ा ऐलान ➡️
सुप्रीम कोर्ट खारिज कर चुका याचिका ➡️
जब 60 धंटे आतंकियों ने मुंबई को दहलाया ➡️
26 नवंबर 2008 को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बड़ा आतंकी हमला हुआ था। इसे अंजाम 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने दिया था। सभी आतंकी अरब सागर के रास्ते मुबंई में दाखिल हुए थे। मुंबई में घुसने के बाद इन्होंने एक रेलवे स्टेशन, एक यहूदी केंद्र और दो होटलों को निशाना बनाया। लगभग 60 घंटों तक मुंबई आतंक के साये में रही। इन हमलों में 166 लोगों की जान गई थी।
मुंबई हमलों से पूरी दुनिया दहल गई थी। यहां तक कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की नौबत भी आ गई थी। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सिर्फ आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा था। 2012 में उसे पुणे की यरवदा जेल में फांसी दी गई।